गुड सेमेरिटन योजना (Good Samaritan Law) क्या हैं और किसे मिलेगा लाभ
जानिए केंद्र सरकार ने क्यों शुरू की गुड सेमेरिटन योजना
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने देश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को कम करने के लिए गुड सेमेरिटन (Good Samaritan) योजना लागू की है। इसके तहत सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को बचाने का कार्य करने वाले गुड सेमेरिटन व्यक्ति को 5000 रुपये नकद प्रोत्साहन राशि और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। इस योजना को प्रोत्साहन अवार्ड का नाम दिया गया है।
किसान योजना कैसे करे पंजीयन आवेदन
केन्द्र सरकार के निर्देश पर गुड सेमेरिटन योजना मध्यप्रदेश में 15 अक्टूबर 2021 से लागू की गयी है। योजना लागू किए जाने की सूचना सभी अस्पताल / ट्रॉमा केयर सेंटर, व्यक्ति को डॉक्टर के साथ स्थानीय पुलिस को सूचित किया जा चुका है। योजना को लेकर सभी जिलों के एसपी को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
इस तरह लागू होगी गुड सेमेरिटन योजना
गुड सेमेरिटन योजना के तहत पुलिस गुड सेमेरिटन का पता, घटना का विवरण, मोबाइल नंबर आदि अधिकृत लेटरपैड पर गुड सेमेरिटन और जिला मूल्यांकन समिति को निर्धारित प्रारूप में भेजेगी। ऐसे मामलों की जांच के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तर पर कमेटी बनाई जाएगी। जिसमें एसपी, सीएमएचओ और जिला परिवहन अधिकारी सदस्य होंगे। सभी अधिकारियों द्वारा घटना की गंभीरता और उससे जुड़ी जानकारी के आधार पर निर्णय देगी।
अभी आवेदन करें, सरकार देगी २ लाख का बीमा
यह समिति मामलों की समीक्षा करेगी और पुरस्कार तय करेगी। सूची राज्य परिवहन आयुक्त को भेजी जाएगी। राज्य परिवहन आयुक्त द्वारा प्रोत्साहन राशि सीधे गुड सेमेरिटन के बैंक खाते में जमा की जाएगी। एडीजी जनार्दन ने कहा कि गुड सेमेरिटन द्वारा दी गई जानकारी का उपयोग केवल पुरस्कार देने के लिए किया जाएगा न कि किसी अन्य कार्य के लिए। एक अच्छे सेमेरिटन को एक वर्ष में अधिकतम 5 मामलों में पुरस्कृत किया जाएगा।
जानिए घर बैठे करवाए ऑनलाइन FIR
गुड सेमेरिटन योजना में यह होगी पात्रता
गुड सेमेरिटन योजना में कोई भी व्यक्ति जो मोटर वाहन सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को तत्काल गोल्डन आवर में अस्पताल/ट्रॉमा केयर सेंटर ले जाकर जीवन बचाता है। ऐसे सभी व्यक्ति इस पुरस्कार के लिए पात्र होंगे। Golden Hour का अर्थ है दुर्घटना के एक घंटे के भीतर गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को मृत्यु से चिकित्सा सुविधा प्रदान करना।
गुड सेमेरिटन योजना प्रोत्साहन राशि
गुड सेमेरिटन योजना के तहत दिए जाने वाले पुरस्कार में 5000 रुपये का नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। यदि कोई वाहन सड़क दुर्घटना में एक से अधिक गुड सेमेरिटन व्यक्ति घायल व्यक्तियों की जान बचाता है, तो प्रोत्साहन राशि उनके बीच समान रूप से वितरित की जाएगी।
राज्य से 3 केस भेजे जाएंगे
गुड सेमेरिटन के तहत केंद्र सरकार 5000 रुपये के इनाम के अलावा 10 जीवन रक्षकों को एक-एक लाख रुपये का इनाम देगी। योजना के मुताबिक, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय सभी राज्यों से तीन उत्कृष्ट मामले प्राप्त करेगा और उनका परीक्षण करेगा। दिल्ली में परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उत्कृष्ट सहायता और सम्मान के आधार पर 10 ऐसे मामलों का चयन किया जाएगा।
इसलिए नहीं करते है सहायता
गुड सेमेरिटन योजना के पहले हाई-वे और सड़क हादसों में घायल होने वाले कई लोग समय पर इलाज नहीं मिल पाने के कारण घटना स्थल पर ही दम तोड़ देते है। जबकि हादसा देखने के बाद भी कई लोग घायलों की सहायता नहीं करते। अधिकांश लोगों द्वारा हादसे के बाद की कार्रवाई से बचने के लिए घायलों की सहायता नहीं करते है।
मुख्यमंत्री कन्या अभिभावक पेंशन योजना
लोगों की ऐसी सोच होती है कि घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने के बाद पुलिस की पूछताछ में उन्हे परेशान किया जाएगा। इसी सोंच को बदलने के लिए केन्द्र सरकारी द्वारा सभी राज्यों में उक्त योजना लागू की गई है। योजना का उद्देश्य सड़क पर होने वाले हादसों में कम से कम लोगों की मौत हो। हादसे होने पर घायला को तत्काल इलाज मिल जाए।
गुड सेमेरिटन योजना का होगा फायदा
केन्द्र सरकार की गुड सेमेरिटन योजना को मध्यप्रदेश में लागू करने के बाद, अब ऐसी उम्मीद है कि सड़कों पर होने वाले हादसों में घायलों की मौत का आंकड़ा कम होगा। घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने वाले गुड वेलनेस व्यक्ति को प्रोत्साहन मिलेगा। योजना का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।
सड़क दुर्घटना के कारण
गौरतलब है कि सड़कों पर दुर्घटना के कई कारण हो सकते है। जिसमें तेज गति से वाहन चलाना, हेलमेट न पहनना, सीट बेल्ट न लगाना, नशे में गाड़ी चलाना, ओवरलोड और वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग सड़क दुर्घटना के पीछे मुख्य कारण हैं।
विचार करने वाली बात हैं
राष्ट्रीय राजमार्ग कुल सड़कों का केवल 2 प्रतिशत हैं, जबकि उन पर यातायात का भार 40 प्रतिशत है। इन पर 29.6 फीसदी हादसे हुए, जबकि 34.5 फीसदी मौतें हुईं। चौराहों (टी-जंक्शन) पर सबसे ज्यादा 35.9 फीसदी दुर्घटनाएं हुईं, जबकि कुल 36.8 फीसदी लोगों की जान चली गई। दुपहिया वाहन हादसों में सबसे ज्यादा 44,366 लोगों की मौत (30.6 फीसदी) हुई। कार दुर्घटनाओं में 32,599 लोग (21.6 प्रतिशत) मारे गए। एक साल में हिट एंड रन के 55,942 मामले सामने आए, जिसमें 22,962 लोगों की जान चली गई।
सामान्य पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1 -क्या है योजना का नाम ?
उत्तर- गुड सेमेरिटन प्रोत्साहन अवार्ड
प्रश्न 2- क्या है योजना का उद्देश्य ?
उत्तर- सड़क हादसों में घायल व्यक्ति को समय पर इलाज मिल जाए
प्रश्न 3- कौन ले सकता है लाभ ?
उत्तर- हादसों में घायल व्यक्ति को Golden Hour में अस्पताल पहुंचाने वाला व्यक्ति को मिलेगा योजना का लाभ
प्रश्न 4- क्या रहेगी अवार्ड राशि ?
उत्तर- राज्य सरकार द्वारा 5 हजार तथा चयनित को एक लाख रुपए केन्द्र सरकार द्वारा दिए जाऐंगे
पढ़ते रहे thetadkanews.com देखें खबरे हमारे यूट्यूब चैनल The Tadka News पर, जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड की खबरें, लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, सरकारी योजनाएं, सरकारी नौकरी अलर्ट, जुड़िये हमारे फेसबुक Tadka News पेज से…
पढ़ते रहे thetadkanews.com देखें खबरे हमारे यूट्यूब चैनल The Tadka News पर जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड की खबरों की अपडेट Whats app ग्रुप और Telegram ग्रुप पर पाए, लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, सरकारी योजनाएं, सरकारी नौकरी का अलर्ट हमारे, जुड़िये हमारे फेसबुक Tadka News पेज से…