उज्जैन पुलिस ने शराब कंपनी के मैनेजर को छोड़ा
सोशल मीडिया पर चली अफवाह के बाद मचा हड़कंप
उज्जैन।
कुख्यात बदमाश विकास दुबे से नजदीकी संबंध की शंका के चलते उज्जैन पुलिस ने शराब कंपनी के मैनेजर आनंद तिवारी को गुरुवार सुबह हिरासत में लिया था। शनिवार को भेरूगढ़ पुलिस ने शराब कंपनी के मैनेजर तिवारी को उनके नागझिरी स्थित घर पर छोड़ दिया। हालांकि इस संबंध में पुलिस अधिकारी कुछ भी बताने को तैयार नहीं थे।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिस कर्मचारियों की हत्या के मामले में फरार आरोपी कुख्यात विकास दुबे को गुरुवार को महाकाल मंदिर के सुरक्षा कर्मचारियों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था। गुरुवार रात को ही उज्जैन पुलिस ने उत्तर प्रदेश एसटीएफ को विकास दुबे को सौंप दिया था। परंतु शुक्रवार सुबह कानपुर के समीप वाहन दुर्घटना के बाद पुलिस की राइफल लेकर भाग रहे विकास दुबे को उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। उज्जैन से विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद से ही उसके लोकल कनेक्शन के संबंध में पुलिस जांच पड़ताल कर रही थी। इस दौरान पुलिस शराब कंपनी के मैनेजर आनंद तिवारी के घर पहुंची। आनंद तिवारी को पुलिस ने हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की थी। पुलिस को शंका थी कि आनंद तिवारी के संपर्क में आने के बाद ही विकास दुबे उज्जैन आया था। विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद से ही उज्जैन में आनंद तिवारी को पुलिस हिरासत से छोड़ने की कवायद शुरू हो गई थी। पुलिस सूत्रों का दावा है कि शुक्रवार सुबह भेरूगढ़ पुलिस ने आनंद तिवारी को उनके नागझिरी स्थित मकान पर छोड़ दिया है।
परिजनों ने कहा था कोई संबंध नहीं है विकास से
गौरतलब है कि शुक्रवार को आनंद तिवारी के घर पर कुछ मीडियाकर्मी पहुंच गए थे। जहां पर आनंद तिवारी की बहू आकांक्षा तिवारी ने स्पष्ट कहा था कि उनके ससुर का विकास दुबे से कोई संबंध नहीं है। हालांकि उन्होंने यह जरूर कहां की 10 साल पूर्व विकास दुबे एक बार उनके ससुर के भाई के साथ उज्जैन आया था। लेकिन उसके बाद कभी भी दुबे से उनके परिवार का कोई संपर्क नहीं रहा है।
पुलिस ने माना था संदिग्ध
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को विकास दुबे की हिरासत और उसे यूपी एसटीएफ के हवाले करने के बाद उज्जैन पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह द्वारा रात को पत्रकार वार्ता ली गई थी। तब उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि विकास दुबे से जुड़े हुए हर पहलू पर उनकी जांच चल रही है। वही शराब कंपनी के मैनेजर आनंद तिवारी के संबंध में उन्होंने कहा था कि तिवारी को पुलिस ने संदिग्ध माना है इसलिए हिरासत में दे रखा है। अब जबकि पुलिस ने आनंद तिवारी को उसके घर छोड़ दिया है तो देखने वाली बात यह होगी कि इस संबंध में पुलिस का क्या कहना होगा।
उज्जैन में ठहराने का लगा था आरोप
गुरुवार को महाकाल मंदिर से विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद से ही पुलिस उसके लोकल कनेक्शन तलाश में जुट गई थी। सूत्रों का दावा है कि विकास नहीं पुलिस को बताया था कि वह उज्जैन में आनंद तिवारी को पहचानता हैं। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत तुरंत आनंद तिवारी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी थी। पुलिस सूत्रों का दावा है कि आनंद तिवारी उन्हें विकास दुबे के संबंध में कोई खास जानकारी नहीं दी है।
सोशल मीडिया पर चली अफवाह
शुक्रवार सुबह सोशल मीडिया पर शराब कंपनी के मैनेजर तिवारी की आत्महत्या की अफवाह वायरल हो गई। जिस किसी के पास भी यह अफवाह पहुंची तो वह सकते में आ गया। जबकि शहर की मीडिया भी सक्रिय हो गई। मीडिया कर्मियों ने जब पुलिस अधिकारियों से इस संबंध में पूछताछ की तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि आनंद तिवारी उनकी कस्टडी में है तथा स्वस्थ है। यह घटनाक्रम के बाद ही पुलिस ने आनंद तिवारी को उसके घर छोड़ दिया।
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