नहीं करने दिया तर्पण और पिंडदान, पुलिस ने रोका
पुलिस के पास नहीं पहुंचा जिला प्रशासन का आदेश
उज्जैन में जिला क्राइसिस मैनेजमेंट के निर्णय के बाद भी सोमवार से शिप्रा के घाटों पर तर्पण और पिंडदान शुरू नहीं हो सका। पंडे पुजारी जब घाट पर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना था कि उनके पास अभी किसी भी प्रकार के आदेश नहीं आए हैं। लिहाजा कलेक्टर को आदेश जारी कर तर्पण और पिंडदान की अनुमति जारी करना पड़ी।
उज्जैन। Mon-17 May 2021
जिला क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में हो निर्णय के बावजूद सोमवार से रामघाट और सिद्धवट पर तर्पण और पिंडदान के साथ ही आत्मा शांति हेतु पूजन पाठ नहीं हो सका। समय पर संबंधित थानों पर उक्त आदेश नहीं पहुंच पाने के कारण पूजन पाठ करने पहुंचे पंडे पुजारियों को पुलिस ने रोक दिया। दोपहर में आदेश आने के पश्चात मंगलवार से पूजन पाठ शुरू किया जाएगा।
सोमवार सुबह रामघाट और सिद्धवट पर जब पंडे पुजारी जजमान को लेकर पूजन पाठ करने पहुंचे तो पुलिस अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया। पुलिस अधिकारियों का तर्क था कि उनके पास अभी तक जिला क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में लिए गए निर्णय का आदेश नहीं पहुंचा है। यह सुनते ही पंडे पुजारी आक्रोशित हो गए। उन्होंने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद दोपहर में संबंधित थानों पर आदेश पहुंचाए गए। जिसके तहत अब मंगलवार से तर्पण और पिंडदान का कार्य शुरू हो सकेगा।
प्रशासन ने लगाया था प्रतिबंध
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने रामघाट, सिद्धवट से लेकर शिप्रा नदी के घाटों पर होने वाले पिंडदान पर रोक लगा दी थी। प्रशासन द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने से पंडे पुजारियों में आक्रोश भी दिखाई दिया था। रविवार शाम क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में हुए निर्णय के अनुसार सोमवार से शिप्रा नदी के घाटों पर एक बार फिर से आत्मा शांति हेतु किए जाने वाले तर्पण और पिंडदान की अनुमति दे दी गई। गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा नियमों के अंतर्गत यह अनुमति दी गई है।
तो होगी कार्रवाई
अपर कलेक्टर जितेंद्र सिंह चौहान राम घाट पर पहुंचे थे। जहां उन्होंने पंडे पुजारियों को गाइडलाइन का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पिंडदान और तर्पण कार्य करने को कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि पिंड दान के दौरान सिर्फ दो व्यक्ति ही शामिल रहेंगे। पिंडदान से पहले आने वाले व्यक्तियों की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट भी देखना होगी। गाइडलाइन का उल्लंघन होने पर कार्रवाई की जाए। निर्देश के बाद पंडे पुजारियों ने घाट पर अपने स्थानों की साफ सफाई का काम भी शुरू कर दिया था ।
नहीं आया आदेश
सिद्धवट स्थित शिप्रा नदी के घाट पर पिंडदान की अनुमति मिलने के बाद पंडे पुजारी पहुंचे थे। जिन्हें पुलिस ने रोक लिया था। पुलिस का कहना था कि उनके पास तक प्रशासन की ओर से कोई आदेश नहीं पहुंचा है जिसके चलते वह पुजारियों को घाट पर कार्य करने की अनुमति नहीं देंगे। पंडे पुजारियों ने आज से अनुमति होने की जानकारी दी जिसके बाद प्रशासनिक पुष्टि दी गई, उसके बाद पुलिस ने उन्हें पिंडदान के लिए घाटों पर जाने दिया। सुबह पुलिस में पिंडदान के लिए घाटों पर पहुंचने वाले लोगों को भी रोक लिया था।
इनका कहना हैं…
लाल घोड़ीवाला पंडा श्याम पंचोली ने बताया कि जिला प्रशासन के आदेश के बावजूद सोमवार को जब पंडे पुजारी पूजन पाठ करने के लिए घाट पर पहुंचे तो पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक दिया। उनका कहना था कि पूजन पाठ से संबंधित आदेश उन्हें नहीं मिले हैं। पुरोहित संगठन और ब्राह्मण समाज द्वारा जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से चर्चा की गई जिसके बाद आदेश जारी किए गए। मंगलवार थे घाटों पर तय नियम के अनुसार तर्पण पिंडदान और आत्म शांति हेतु पूजा की जा सकेगी।
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