पार्टनरों के षड़यंत्र का शिकार हो रहा व्यापारी
- करोड़ों का गबन करने वाले झूठी शिकायतों से कर रहे परेशान, आईजी को लिखित में दी शिकायत
उज्जैन। wed-16 Sep 2020
व्यापारी ने अपने दोस्तों के साथ पार्टनशीप कर रिलायंस जीओ कंपनी के टॉवर लगाने का कार्य शुरू किया था, लेकिन पार्टनर दोस्तों ने कंपनी के करोड़ों रूपए अपने बंगला बनाने एवं निजी खर्च पर उड़ा दिये, जब व्यापारी ने इनसे हिसाब मांगा तो वह आना-कानी करने लगे और पार्टनरशीप खत्म कर ली। इतना ही नही अपने साथियों के साथ मिलकर झूठी शिकायते कर लाखों-करोड़ों रूपए के गबन के आरोप भी लगाने लगे। लेकिन इनके पास इन आरोपों के कोई प्रमाण नही होने से पुलिस भी अब मामले को समझ चुकी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कौस्तुभ ऋषि पिता अरूण ऋषि निवासी 21 आदर्श नगर उज्जैन ने इन्दौर शहर के दोस्त नीमित त्रिवेदी निवासीगण 17बी, सम्पत फार्म, बिचौली मरदाना इन्दौर के साथ रिलायन्स जीओ का काम पार्टनशीप में शुरू किया और एक कंपनी बनाई जिसका नाम एनटीके इन्फ्राक्रियेशन प्रायवेट लिमिटेड बनाई थी, शुरूआत में तो काम अच्छा रहा लेकिन पार्टनरों ने निजी स्वार्थों के चलते लाखों की राशि खर्च कर दी। जिसके कारण व्यापार में लगातार नुकसान होता दिखाई देने लगा जब कौस्तुभ ऋषि ने इसका विरोध किया तो पार्टनरों ने पार्टनरशीप से उसे बेदखल कर दिया।
ड़ेढ साल से नही दिया हिसाब
कौस्तुभ ऋषि का कहना है कि हिसाब में गड़बड़ी करने का मेरे ऊपर झूठा आरोप लगाया गया है, जबकि विगत डेढ वर्षों से इस सम्बन्ध में कई बार बैठके हुई, लेकिन इन्होंने अभी तक पार्टनशीप का हिसाब नही दिया है। वहीं नीमित त्रिवेदी ,सुमित त्रिवेदी एवं उज्ज्वल सिंह द्वारा अनावश्यक दबाव बनाकर मुझसे बड़ी राशि लेने के प्रयास किये जा रहे है। मेरे कई चेक का दुरुपयोग करके अपने रिश्तेदारों के खातों में निमित सुमित एवं उज्ज्वल सिंह लाखो रुपए के चेक खाते में लगाकर एवं फर्जी साइन करके अनावश्यक रूप से पैसे लेने का दवाब बना रहे हे, जब मैंने अपना पूरा हिसाब इनके समक्ष रखा तो इन्होंने मुझे झूठे मामले में फंसाने और जान से मारने की धमकी भी दी।
ठेकेदारों को भड़काया…
कौस्तुभ ऋषि का कहना है कि हमारे द्वारा जिन ठेकेदारों से टॉवर लगाने का कार्य करवाया गया था, उन्हें भुगतान देने की बजाय सुमित और नीमित त्रिवेदी मेरे खिलाफ ठेकेदारों को भी भड़काया जा रहा है। और उनके नाम से झूठी शिकायते की जा रही है, जिसके संबंध में मेरे द्वारा पूर्व में माधव नगर थाने में एक आवेदन दिया जा चुका है। कौस्तुभ ऋषि ने यह भी बताया कि उसके नाम से सुमितसिंह गौर, जितेंद्र शर्मा, संदीप मिश्रा के साथ-साथ सत्येंद्रसिंह पंवार, अभिषेक श्रीवास्तव, नवनीत भट्ट, दीपक परमार के फर्जी नामों से नोटिस भी दिये जा रहे है, जबकि यह सभी लोग किसी न किसी प्रकार से इन तीनो लोगो से जुड़े हुवे हे।
इंदौर का भूखंड बना दुश्मनी का कारण
10 अप्रैल 2018 को कौस्तुभ ऋषि एवं एनटीके इन्फ्राक्रियेशन प्रायवेट लिमिटेड के मध्य प्लाट विक्रय का एक अनुबंध हुवा था। एनटीके इन्फ्राक्रियेशन प्रायवेट लिमिटेड में कौस्तुभ ऋषि और निमित त्रिवेदी दोनों ही डायरेक्टर थे और वर्तमान में भी है। लेकिन निमित त्रिवेदी की करोड़ों के इस भूखंड पर अपनी नियत खराब कर ली और कौस्तुभ ऋषि पर खुद के नाम से रजिस्ट्री करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया था। जबकि अनुबंध अनुबंध एनटीके इन्फ्राक्रियेशन प्रायवेट लिमिटेड के नाम से हुवा था। जब कौस्तुभ ऋषि द्वारा इस पर विरोध जताया गया तो उसे धमकाते हुए फर्जी प्रकरणों के जरिये फंसाने का प्रयास किया जा रहा है।
पढ़ते रहे thetadkanews.com देखें खबरे हमारे यूट्यूब चैनल The Tadka News पर जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड की खबरों की अपडेट Whats app ग्रुप और Telegram ग्रुप पर पाए, लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, सरकारी योजनाएं, सरकारी नौकरी का अलर्ट हमारे, जुड़िये हमारे फेसबुक Tadka News पेज से…