उज्जैन। Tue-25 May 2021
संविदा पर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों और डॉक्टरों ने आज सुबह अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान करते हुए काम बंद कर दिया। उनका कहना था कि हमें संविलय किया जाए या फिर परमानेंट। हम अपनी सेवाएं देने को तैयार हैं।
माधवनगर अस्पताल चरक भवन और कोविड सेंटरों में अप्रैल माह से संक्रमित मरीजों के बीच अपनी सेवाएं दे रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने आज अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान कर दिया। माधव नगर अस्पताल और कोविड सेंटरों पर सेवाएं दे रहे सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मी चरक भवन में एकत्रित हो गए थे। उनके हाथों में तख्तियां थी और अपनी मांगों को लेकर काम बंद कर चुके थे। हड़ताल में डॉक्टरों के साथ नर्सिंग स्टाफ शामिल था। डॉ. कपिल चौहान ने बताया कि सरकार से हमारी मांग है कि हमें परमानेंट किया जाए या फिर संविलय किया जाए। सरकार का कहना है कि गांव में डॉक्टर नहीं जा रहेे हैं लेकिन हम काम करने को तैयार हैं। कोरोना कर्फ्यू से ही हम अपनी सेवाएं अस्पतालों और कोविड सेंटर पर दे रहे हैं।
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हमें 30 जून तक के लिए रखा गया है उसके बाद हमारी सेवाओं में छटनी करना शुरू कर दी जाएगी। पिछले वर्ष भी कोरोना में हमें सेवा के लिए बुलाया गया था और बाद में निकाल दिया गया। हमारी जरूरत होने पर बुलाया जाता है बाद में निकाल दिया जाता है। कोरोना जैसी महामारी के हम लगातार काम कर रहे हैं हमेंं भी परमानेंट किया जाना चाहिए। नर्सिंग स्टाफ का कहना था कि हमनेे स्वस्थ होने के बाद भी अपनी सेवाएं दी है छोटे-छोटे बच्चों को छोड़कर संक्रमित मरीजों के बीच में रहे हैं कुछ स्टाफ की महिला गर्भवती भी रही हैं बावजूद काम किया है। नर्सिंग स्टाफ का कहना था कि उन्हें दो माह से सैलरी भी नहीं मिली है फिर भी काम कर रहे हैं।
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सीएमएचओ ने दिया आश्वासन
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के काम बंद कर हड़ताल पर जाने की जानकारी सीएमएचओ डॉ महावीर खंडेलवाल को लगी तो उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों के बीच पहुंचकर सबसे पहले उनकी मांगों का ज्ञापन लिया और प्रशासन के अधिकारियों से उनकी समस्या को लेकर बात करने का आश्वासन दिया। इस दौरान संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का कहना था कि वह हर स्तर पर काम करने को तैयार हैं बस उन्हें परमानेंट कर दिया जाए।
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स्वास्थ्य सेवाओं पर दिखा असर
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के अचानक हड़ताल पर चले जाने से अस्पतालों और कोविड सेंटरों में संक्रमित मरीजों को दी जा रही सेवा पर असर पड़ता दिखाई दे रहा था। बताया यह भी जा रहा था कि संविदा कर्मियों के साथ आयुष पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी जुड़ सकते हैं जो लगातार कोरोना काल में अपनी सेवाएं अस्पतालों में दे रहे हैं। संविदा से जुड़े स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण अभियान में भी शामिल है जिनके हड़ताल पर जाने से सेवाएं प्रभावित हो सकती है।
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